भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में न जाने कितनी ही तूफानी पारियां खेली हों, लेकिन वो कभी भी भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर से कम गेंदों में अर्धशतक नहीं जड़ पाए हैं। ऐसे में कह सकते हैं कि अजीत अगरकर ने बल्ले से वो कमाल किया है जो वीरेंद्र सहवाग जैसे तूफानी बल्लेबाज अपने महंगे बल्लों से नहीं कर पाए।
बतौर गेंदबाज अजीत अगरकर आज भी भारतीय टीम के लिए वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं। इतना ही नहीं, भारत के लिए सबसे तेज 50, 150, 200 और 250 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम दर्ज था। साथ ही साथ सबसे ज्यादा बार 4 विकेट हॉल लेने का रिकॉर्ड भी भारतीय टीम के लिए अजीत अगरकर ने बनाया है जो आज तक अटूट है। अजीत अगरकर ने वनडे इंटरनेशनल में 288 विकेट चटकाए हैं।
भारत के लिए ठोकी सबसे तेज फिफ्टी
आज यानी 4 दिसंबर 2019 को अपना 42वां जन्म दिन सेलिब्रेट कर रहे अजीत अगरकर ने महज 21 गेंदों में वनडे इंटरनेशनल मैच में अर्धशतक जड़ा है, जो भारतीय टीम के लिए आज भी रिकॉर्ड है। अजीत अगरकर के बाद कपिल देव, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़ और युवराज सिंह जैसे धाकड़ बल्लेबाजों का नाम आता है, जिन्होंने 22-22 गेंदों में वनडे इंटरनेशनल मैचों में फिफ्टी ठोकी है, लेकिन कोई भी अजीत अगरकर के इस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया है।
भारतीय टीम के लिए 26 टेस्ट मैच खेलने वाले अजीत अगरकर ने अपने करियर में सिर्फ एक बड़ी पारी खेली थी, जो इंग्लैंड के खिलाफ आई थी। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच की चौथी पारी में अजीत अगरकर ने शतक जड़ा था। इंग्लैंड की सरजमीं पर वे ऐसा करने वाले पहले भारतीय थे। हालांकि, इसके बाद उन्होंने कभी एक अर्धशतक भी नहीं जड़ा, क्योंकि तेज गेंदबाज होने के नाते वे दसवें और 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आते थे।
अजीत अगरकर ने भारत के लिए 191 वनडे मैचों की 188 पारियों में गेंदबाजी की। इस दौरान उन्होंने कुल 288 विकेट झटके, जिसमें 2 बार उन्होंने फाइव विकेट हॉल भी अपने नाम किया। गेंदबाजी में उनका बेस्ट प्रदर्शन 42 रन देकर 6 विकेट है। वहीं, 26 टेस्ट मैचों की 39 पारियों में अगरकर ने 58 विकेट अपने नाम किए हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम एक फाइव विकेट हॉल है, जिसमें उन्होंने 6 विकेट अपने नाम किए थे।
4 दिसंबर 1977 को बॉम्बे(अब मुंबई) में जन्मे दाएं हाथ के तेज गेंदबाज अजीत अगरकर ने साल 2000 में 14 दिसंबर को जिम्बाब्वे के खिलाफ राजकोट के मैदान पर तूफानी पारी खेलकर एक रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया था, जो इससे पहले कपिल देव जैसे दिग्गजों के नाम दर्ज था। इतना ही नहीं, गेंद से भी अजीत अगरकर ने काफी कमाल किया है, लेकिन हमेशा से ही उनको कम आंका गया है। बतौर गेंदबाज अजीत अगरकर के आंकड़े लाजबाव हैं।